My Real First Love Stroy With Suhana
हेल्लो दोस्तों मैं राज आज फिर आपके साथ एक नई कहानी के साथदोस्तों ये मेरा पहला प्यार और मेरीसच्ची कहानी हैबात उस समय की है जब मैं 12th क्लास में पढाई कर रहा था उस समयमैं 17 साल का था औरमैं एक लड़की से प्यार करता था जो मेरे घर के पास में ही रहती थीमैं उसे रोज देखा करता थाजब हम उसकेघर के पास cricket खेला करते थे वो बहुत ही खुबसूरत थी उसका नाम था सुहाना वो एक मुस्लिम परिवार सेथी और घंटो खिड़की में बेठी रहती थी हालाँकि हमने कभी प्यार का इजहार नहीं किया था मैं उसे सच्चे दिलसे प्यार करता था इसलिए उससे कहने की हिम्मत नहीं होती थीएक दिन जब में स्कुल से लोटा ही था वो मेरेघर आ गयी उस समय में घर पर अकेलाही था और उसने कहा की आपको अम्मी ने बुलाया है dvd की पिनलगनी है तब मैंने कहा आज तुम्हारी अम्मी कोनसी movie देख रही हैतब उसने कुछ नहीं कहा उसकी अम्मीभी काफी सुन्दर थी पर मेरे मन में उनके लिए कोई बुरा ख्याल नहीं था तब सुहाना कहा की तुम घर पर अकेलेहोअंकल आंटी कहा गए मेने कहा वो सायद मार्केट गए है तब उसने पूछा तुम्हारे पास कोई अच्छी movie हैमेने कहा है पर वो मेरे कम्पुटर में सेव है और उसने कहा मुझे नहीं दिखाओगे मेने कहा क्यों नहीं पर अभीतुम्हारे घर चलते है फिर हम दोनों उसके घर चले गए और वही पर उसके घर मूवी देखने लगा उसकी मम्मीचाय बनाने के लिए किचन में चली गयी और हम दोनों ही मूवी देखने लगे और सुहाना मुझे घुर रही थी और मैंसुहाना को और हम एक दुसरे में एकदम से खो गए थे और सुहाना मंद मंद मुस्कुराने लगी मानो उसकी आँखेप्यार का इजहार कर रही हो मेरे दिल की धड़कने तेज हो रही थी और उसकी भी तभी उसकी अम्मी ने उसकोचाय ले आने को कहा और वो चाय लेने के लिए चली गयी और वो चाय लेकर वापस आई तो मेरे एकदम सेपास आकर खड़ी हो गयी और उस के पैर मेरे पैरो से टच हो रहे थे और मैं एकदम से पागल सा हो रहा था औरफिर हम चाय पिने लेगे और वो भी मेरे पास आकरबैठ गयी और हम दोनों बाते करने लगे और इतने में हीउसकी अम्मी आ गयी और वो भी बाते करने लगी कहने लेगी सुहाना का मैथ्स बहुत कमजोर है अगर तुम्हारीनजर में मैथ्स का कोई टीचर हो तो बताना मेने कहा लो कर लो बात आंटी मेरी मैथ्स काफी अच्छी है क्यों नमैं ही सुहाना को कोचिंग देना शुरू कर दू तब आंटी ने कहा ये तो और भी अच्छा है और आंटी ने हा कर दी औरसुहाना रोज मेरे घर आने लगी और हम दोनों साथ में पढाई करते और सुहाना भी ध्यान से पढाई कराती औरइसी तरह हम दोनों आपस में खुलकर बाते करने लगेएक दिन सुहाना ने पूछा राज तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड हैतब मेने कहा हा है पर मैंने उससे अभी तक प्यार का इजहारनहीं किया है तब उसने कहा क्यों नहीं किया मैंनेकहा हिम्मत नहीं होती उससे यह सब कहने कीऔर सुहाना ने कहा तुम्हे उसे कहना चाहिए वरना लडकियों केलिए लडको की कमी नहीं आजकल कोई सच्चे प्यार को नहीं समझतातब मैंने कहा अगर उसने ना कह कियातो तब सुहाना ने कहा नहीं राज कोई भी लड़की तुम्हारे जैसे लड़के को ना नहीं कह सकतीतब मैंने कहा अगरतुम वो लड़की होती तो .............
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